सेंसेक्स पहुँचा 65,000 की चोटी, रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचा निफ्टी
विदेशी निवेशकों की रकम लगातार आने से शेयर बाजार चढ़ता ही जा रहा है। इसीलिए बेंचमार्क सूचकांक आज एक बार फिर रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गए। सेंसेक्स पहली बार 65,000 अंक के पार चला गया और लगातार पांचवें कारोबारी सत्र में तेजी के बीच निफ्टी 134 अंक चढ़कर 19,323 पर बंद हुआ। सेंसेक्स 487 अंक बढ़कर 65,205 पर बंद हुआ।
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने 1,996 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। जून में विदेशी निवेशकों ने कुल 52,366 करोड़ रुपये का निवेश किया था, जो अगस्त 2022 के बाद सबसे ज्यादा निवेश है। बंबई स्टॉक एक्सचेंज (BSE) पर लिस्टेड सभी कंपनियों का बाजार पूंजीकरण (एमकैप) इस तेजी के बीच 298.2 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया। यह भी नया रिकॉर्ड है और 300 लाख करोड़ रुपये का पूंजीकरण करीब ही है।
विशेषज्ञों ने कहा कि वृद्धि के आसार बेहतर होने और भारत में कंपनियों की आय स्थिर रहने के कारण बाजार में तेजी बनी हुई है।
मिरे असेट इन्वेस्टमेंट मैनेजर्स (Mirae Asset Investment Managers) के मुख्य निवेश अधिकारी (CIO) नीलेश सुराणा ने कहा, ‘वैश्विक अनिश्चितता और ब्याज दरों में बढ़ोतरी के बावजूद भारतीय अर्थव्यवस्था का प्रदर्शन स्थिर बना हुआ है और दीर्घावधि में वृद्धि की तस्वीर बेहतर हुई है। कंपनियों की आय भी शेयरों में निवेश के अनुकूल है।’
उन्होंने कहा, ‘बाजार में बड़ी गिरावट की आशंका नहीं है और लंबी अवधि में इससे अच्छा रिटर्न मिल सकता है।’
इस साल मार्च में गिरकर 57,085 तक गया सेंसेक्स वहां से करीब 14 फीसदी चढ़ चुका है और पिछले चार कारोबारी सत्रों में यह तकरीबन 4 फीसदी बढ़ा है।
डॉयचे बैंक में भारत और दक्षिण एशिया के मुख्य अर्थशास्त्री कौशिक दास ने कहा, ‘भारतीय अर्थव्यवस्था ‘खुशनुमा’ दौर का आनंद ले रही है और वृद्धि की गति बनी हुई है। मुद्रास्फीति भी 4 फीसदी के लक्ष्य के करीब आ गई है। चालू खाते का घाटा कम होने के अनुमान और शेयर बाजार में तेजी के कारण रुपया भी स्थिर दायरे में है।’
विशेषज्ञों ने कहा कि देश में वस्तु एवं सेवा कर संग्रह के मजबूत आंकड़ों, बैंकिंग उद्योग में ऋण अनुपात में सुधार और जून महीने में वाहन बिक्री के अच्छे आंकड़ों से बाजार में उत्साह का माहौल है। एशियाई बाजारों से मिले संकेत और शुक्रवार को वॉल स्ट्रीट में तेजी से देसी बाजार को भी बढ़त बनाने में मदद मिली। चीन में उम्मीद से बेहतर आर्थिक आंकड़ों और तकनीकी शेयरों में तेजी से निवेशकों का हौसला भी बढ़ा है।
इस साल अभी तक देसी शेयर बाजार 6 फीसदी की बढ़त दर्ज कर चुका है। हालांकि यह अमेरिका, यूरोप और जापान के बाजारों की तुलना में कम है क्यांकि इनमें 15 से 30 फीसदी की तेजी आई है। मगर चीन, इंडोनेशिया, थाईलैंड और मलेशिया की तुलना में इस साल अभी तक देसी बाजार का प्रदर्शन बेहतर रहा है।
लिपर रिसर्च के वैश्विक प्रमुख रॉबर्ट जेनकिंस ने कहा, ‘घरेलू मांग में मजबूती, निजी क्षेत्र में निवेश तथा अधिकतर देसी कंपनियों की बैलेंस शीट दुरुस्त होने से भारत की आर्थिक वृद्धि तेज बनी हुई है और यह प्रमुख वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं के बीच सबसे तेज वृद्धि वाले देशों में है।’
रिलायंस इंडस्ट्रीज में सबसे ज्यादा 2.5 फीसदी की तेजी दर्ज की गई और सेंसेक्स की बढ़त में इसने 195 अंक का योगदान दिया। आईटीसी 2.5 फीसदी लाभ के साथ सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया।
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